एक मिडिल पास व्यक्ति, जिसने अपने कर्मों पर विश्वास करते हुए गरीबी के निम्न स्तर से उठकर उच्चतम स्थिति प्राप्त की, स्थिर विचारों के साथ जीवन जीते हुए समय परिवर्तन का उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने अपने बच्चों के दृष्टिकोण को करुणामय बनाया, जिसका परिणाम यह हुआ कि सभी बच्चे नौकरी और व्यवसाय करने लगे। ऊँची सोच और उड़ान भरते हुए समाज के गरीब परिवारों के बच्चों को दिशा कैसे मिले, इस विचार को लेकर उनके मन में बैठी इच्छा जीवित रही, परंतु जीवनकाल में यह सपना साकार नहीं हो सका। ऐसे महान व्यक्ति का नाम था महर्षि स्व. राजपति यादव, जो मूल रूप से ग्राम साधनापुर, पोस्ट सिखौती, जनपद जौनपुर के निवासी थे।